घर में सुख शांति और धन की कमी दूर कैसे हो ?
घर में सुख शांति और धन की कमी दूर कैसे हो ?
घर की सुख - समृद्धि और खुशहाली के लिए कई विशेष उपाय बताए गए हैं।
मान्यता है कि इन उपायों को अपना कर घर की पॉजिटिविटी को बढ़ाया जा सकता है।
क्या आपकी रसोई की दिशा में हो रही है आपकी तरक्की ?
वैदिक वास्तु शास्त्र विद्या के अनुसार, रसोई की दिशा और सजावट घर में समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा ला सकती है. दक्षिण-पश्चिम दिशा में रसोई नहीं बनानी चाहिए. चूल्हा दक्षिण-पूर्व दिशा में और सिंक उत्तर दिशा में होना चाहिए. सही दिशा और सजावट से घर में स्वास्थ्य और सुख बढ़ता है।
हमारे घर में हर कोना किसी न किसी तरीके से हमारी लाइफ को प्रभावित करता है. खासकर रसोई, जिसे घर का दिल माना जाता है. क्या आप जानते हैं कि रसोई की दिशा और सजावट में छोटी - सी गड़बड़ी भी आपके जीवन में नकारात्मक ऊर्जा ( negative energy ) ला सकती है?
तो क्यों न हम फेंगशुई के कुछ आसान और असरदार टिप्स अपनाएं, जिससे आपका रसोई ना सिर्फ आकर्षक बनेगा, बल्कि आप घर में समृद्धि आ सकती है, तो आइए, जानते हैं वैदिक वास्तु शास्त्र विद्या के कुछ बेहतरीन टिप्स जो आपकी रसोई को और भी खास बना सकते हैं।
रसोई को बनाएं पॉजिटिव और हेल्दी
इस दिशा में न बनवाएं रसोई घर:
क्या आपने कभी सोचा है कि रसोई की दिशा भी हमारी जिंदगी में कितना बड़ा फर्क डाल सकती है. फेंगशुई के अनुसार, दक्षिण - पश्चिम दिशा में रसोई बनवाना सही नहीं होता. ये दिशा नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है. सबसे सही दिशा है दक्षिण - पूर्व या पूर्व, जो अग्नि तत्व से जुड़ी हुई है. बता दें कि ऐसी मान्यता है कि इन दिशाओं में रसोई होने से घर की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है.
रसोई घर का दरवाजा: कभी भी रसोई का दरवाजा मुख्य द्वार के सामने नहीं होना चाहिए. अगर आप ऐसा कर रहे हैं तो ये घर में दरिद्रता का कारण हो सकता है. दरवाजे का रंग पीला या नारंगी होना शुभ माना जाता है. इन रंगों से धन और समृद्धि आकर्षित होती है, तो अगली बार जब रसोई का दरवाजा डिजाइन करें, तो इन बातों का ध्यान रखें.।
चूल्हे की दिशा:
रसोई में चूल्हे की दिशा का भी बहुत महत्व है.
वैदिक वास्तु शास्त्र के अनुसार, चूल्हा हमेशा दक्षिण - पूर्व दिशा में होना चाहिए. यह दिशा अग्नि तत्व से जुड़ी हुई है और चूल्हा आग का प्रतीक है. ध्यान रखें कि चूल्हा और सिंक एक - दूसरे के सामने न हों क्योंकि इससे घर में कलह की संभावना बढ़ सकती है।
सिंक की दिशा:
सिंक को हमेशा उत्तर दिशा में रखना शुभ माना जाता है. दक्षिण दिशा में सिंक रखना सही नहीं होता, क्योंकि ये अग्नि और जल का संयोजन बनाता है, जो वैदिक वास्तु शास्त्र में शुभ नहीं माना जाता.।
वास्तु शास्त्र विद्या के अनुसार तो घर की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए कई विशेष उपाय बताए गए हैं।
इस के साथ ही घर की आर्थिक स्थिति को मजूबत बनाने और सुख - समृद्धि के लिए भी वैदिक वास्तु शास्त्र विद्या के कुछ उपाय कारगर माने गए हैं।
मान्यता है कि वैदिक वास्तु शास्त्र विद्या के इन उपायों से घर में बरकत आती है।
कार्यों की बाधाएं दूर होती है।
धन आगमन के नए मार्ग प्रशस्त होते हैं और जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
ऐसे में आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप भी वैदिक वास्तु शास्त्र विद्या के कुछ आसान उपायों को फॉलो कर सकते हैं।
धन - समृद्धि के लिए वैदिक वास्तु शास्त्र के उपाय :
वैदिक वास्तु शास्त्र विद्या के अनुसार, घर का दक्षिण - पूर्व कोना धन का कोना होता है।
इस जगह की साफ - सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए।
इस कोने में मनी प्लांट या बैंबू-ट्री लगाना लाभकारी माना गया है।
मान्यता है कि इससे धन, सुख - समृद्धि आती है।
वैदिक वास्तु शास्त्र विद्या के अनुसार, घर के किसी कोने या कमरे में चीजों को बिखेर कर नहीं रखना चाहिए।
इससे घर की नेगेटिविटी बढ़ती है।
इसके अलावा धन रखने के स्थान जैसे तिजोरी या अलमारी की साफ - सफाई का भी खास ध्यान रखना चाहिए।
मान्यता है कि धन को साफ - सुथरे और व्यवस्थित स्थान पर रखने से आर्थिक स्थिरता आती है।
घर का उत्तर - पूर्व कोना कुबेर देवता को समर्पित माना जाता है।
मान्यता है कि घर के उत्तरी दीवार पर कुबेर यंत्र या दर्पण रखने से धन आगमन के नए स्त्रोत खुलते हैं।
इस दिशा में जूते - चप्पल, बाथरूम और भारी फर्नीचर नहीं होना चाहिए।
वैदिक वास्तु शास्त्र विद्या के अनुसार, घर का मुख्यद्वार धन, सुख-समृद्धि और पॉजिटिविटी को आकर्षित करता है।
इस लिए घर के मुख्यद्वार के साफ - सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए।
मुख्य दरवाजे पर पेड़ - पौधे और विंड चाइम्स लगाना चाहिए।
पंडारामा प्रभु राज्यगुरु
तमिल / द्रावीण ब्राह्मण
!!!!! शुभमस्तु !!!
🙏हर हर महादेव हर...!!
जय माँ अंबे ...!!!🙏🙏
पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:-
-: 1987 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science)
" Opp. Shri Dhanlakshmi Strits , Marwar Strits, RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
सेल नंबर: . + 91- 7010668409 / + 91- 7598240825 ( तमिलनाडु )
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आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद..
नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏
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