शुभ प्रसंग में और घर में कलावा कहा किस दिन बांधना चाहिए।
शुभ प्रसंग में और घर में कलावा कहा किस दिन बांधना चाहिए।
शुभ पसंग में और घर की इन जगहों पर बांध दें कलावा, नौकरी से लेकर ग्रह क्लेश तक में मिलेगाा फायदा।
कलावे को हिंदू धर्म में रक्षा सूत्र के नाम से भी जाना जाता है।
किसी प्रकार के पूजा - पाठ या धार्मिक अनुष्ठान में हाथ में कलावा जरूर बांधा जाता है और यह माना जाता है कि इससे उस कार्य की पवित्रता बनी रहती है।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि हाथ के अलावा घर के और किन स्थानों पर कलावा बांधना शुभ होता है।
अगर कलावे से संबंधित कुछ नियमों का ध्यान रखा जाए, तो इससे व्यक्ति को कई तरह के अच्छे परिणाम मिलने लगते हैं।
न केवल हाथ पर, बल्कि ( kalawa bandhne ke Niyam ) घर के इन स्थानों पर भी कलावा बांधने के आपको अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
दूर होंगी सभी समस्याएं :
तुलसी को हिंदू धर्म में काफी महत्व दिया जाता है।
साथ ही तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का भी वास माना गया है।
ऐसे में यदि आप तुलसी के पौधे में कलावा बांधते हैं, तो इससे आपको धन की देवी का आशीर्वाद तो मिलता ही है, साथ ही घर - परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बढ़ता है।
घर के इन स्थानों पर बांधें कलावा :
घर के मंदिर में भी कलावा जरूर बांधना चाहिए।
ऐसा करने से घर - परिवार में सुख - समृद्धि का वास बना रहता है।
इसी के साथ आप रसोई में खिड़की या फिक पानी के मटके पर भी कलावा बांध सकते हैं।
ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा की कृपा सदा आपके ऊपर बनी रहती है।
कलावा बांधने से मिलेगा धन लाभ:
पूजा में इस्तेमाल किए गए कलावे को आप घर की तिजोरी में रख सकते हैं।
ऐसा करने से आपको धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता।
वैदिक वास्तु वास्तु शास्त्र के अनुसार आपको अपनी तिजोरी घर की दक्षिण या दक्षिण - पश्चिम दिशा में रखनी चाहिए।
इस दिशा में तिजोरी को इस प्रकार रखें कि उसका मुख उत्तर दिशा या उत्तर - पूर्व दिशा में खुले।
तभी आपको तिजोरी में कलावा रखने का अधिक लाभ मिल सकता है।
इन पौधे या पेड़ों में बांधें कलावा:
अगर आपके घर के आसपास पीपल, शमी या बरगद का पड़े है, तो आप इनमें भी कलावा बांध सकते हैं।
शमी के पेड़ में कलावा बांधने से शनि का बुरा प्रभाव कम होता है।
वहीं पीपल के पेड़ में कलावा बांधने से साधक को देवी - देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
भगवान विष्णु की कृपा प्राप्ति के लिए आप बरगद के पेड़ में भी कलावा बांध सकते हैं।
इन 3 राशी के लोगों को कलावा खुद को और शिव जी को बांधकर ही जरूर करनी चाहिए भगवान शिव की पूजा, नहीं तो बिगड़ जाते हैं बनते काम।
वैदिक वास्तु शास्त्र और वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तो मानें तो शनि की बाधा के चलते जातक को जीवन में नाना प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आर्थिक स्थिति विषम हो जाती है।
व्यक्ति लाख चाहकर जीवन में सफल नहीं हो पाता है।
इसके लिए वैदिक ज्योतिष शास्त्र तो जरूर भगवान शिव की पूजन करने से पहले शिव को कलावा का बंधन कर दो उसके बाद खुद भी भगवान शिव के सामने ही खुद के हाथ पर कलावा बंधन जरूर कर ले ( Lord Shiva Favorite zodiac signs ) की पूजा करने की सलाह देते हैं।
भगवान शिव की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।
सोमवार का दिन भगवान शिव को प्रिय है।
सोमवार के दिन महादेव का रुद्राभिषेक किया जाता है।
भगवान शिव की पूजा करने से अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
सनातन धर्म में सोमवार का दिन देवों के देव महादेव को समर्पित होता है।
इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है।
साथ ही सोमवार का व्रत रखा जाता है।
इस व्रत को करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
वैदिक ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार तो अविवाहित जातकों को शीघ्र विवाह के लिए भगवान शिव की पूजा करने की सलाह देते हैं।
वहीं, विवाहित महिलाएं सुख और सौभाग्य में वृद्धि एवं पति की लंबी आयु के लिए सोमवार के दिन व्रत रख भगवान शिव की पूजा करती हैं।
लेकिन क्या आपको पता है कि कई राशि के जातकों को भगवान शिव की अवश्य ही पूजा करनी चाहिए।
अनदेखी करने से बने काम भी बिगड़ जाते हैं। आइए, इन राशियों के बारे में जानते हैं-
कर्क राशि :
कर्क राशि के जातकों को भगवान शिव की नियमित रूप से पूजा करनी चाहिए।
वहीं, सोमवार के दिन महादेव की विशेष पूजा करनी चाहिए।
इस राशि के जातकों के आराध्य भगवान शिव हैं।
अतः हर सोमवार के दिन कर्क राशि के जातक स्नान-ध्यान कर सफेद वस्त्र पहनें।
अब आचमन कर अपने आप को पवित्र करें।
इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें।
तदोउपरांत, गंगाजल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
आप चाहे तो गाय के कच्चे दूध से भी अभिषेक कर सकते हैं।
इसके बाद शिवजी को भांग और धतूरे के पत्ते और फूल अर्पित करें।
पूजा के समय शिव चालीसा का पाठ करें।
शिव मंत्र का जप करें।
अंत में आरती कर सुख और सौभाग्य में वृद्धि की कामना करें।
कुंभ और मकर :
मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनिदेव हैं और आराध्य देवों के देव महादेव हैं।
इस राशि के जातकों पर शनिदेव की कृपा बरसती है।
हालांकि, काम की अधिकता के चलते मकर और कुंभ राशि के जातक नियमित रूप से भगवान शिव की पूजा नहीं कर पाते हैं।
अगर आप भी ऐसी अनदेखी करते हैं, तो इसमें बदलाव करें।
शनिदेव की कृपा पाने के लिए नियमित रूप से भगवान शिव की पूजा करें।
महादेव का अभिषेक करें।
भगवान शिव जलाभिषेक से शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
अतः रोजाना सुविधा अनुसार अभिषेक करें।
गंगाजल, कच्चे दूध, पंचामृत और घी से भगवान शिव का अभिषेक करें।
भगवान शिव की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
एक बार शनिदेव की कृपा बरस जाने पर जातक अपने जीवन में अवश्य ही अमीर बनता है।
!!!!! शुभमस्तु !!!
🙏हर हर महादेव हर...!!
जय माँ अंबे ...!!!🙏🙏
पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:-
-: 1987 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science)
" Opp. Shri Dhanlakshmi Strits , Marwar Strits, RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
सेल नंबर: . + 91- 7010668409 / + 91- 7598240825 ( तमिलनाडु )
Skype : astrologer85 website :https://sarswatijyotish.com/
Email: prabhurajyguru@gmail.com
आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद..
नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें